वास्तविक " घर वापसी " : Real "Homecoming":
वास्तविक " घर वापसी "
- घर
वापस
आने
का
अर्थ
है
अपने
स्वरूप मे टिक जाना,अपने स्वरूप का साक्षात्कार
कर
लेना,जन्मो से जो हम अपने वास्तविक
घर
से
ख़यालो से,विचारो से दूर चले गये है और फिर से वापस अपने पास लौट आना ही वास्तविक
"घर वापसी' है। अपने किसी तथाकथित धर्मो को बदल लेना कोई घर वापसी नही है।
- वो
धर्म
ही
क्या
जो
अनेक
हो,जिसे बदलना पड़े और जिसे बदला जा सके ।
- धर्म
तो
आपका
वास्तविक स्वभाव है जो सभी मनुष्यो का एक ही है,जिसे कभी भी बदला नही जा सकता है,जिसे कभी भी किसी भी काल मे ,किसी भी जन्म मे बदलने की आवश्यकता
भी
नही
है।
- धर्म तो हर जगह,हर काल में,हर समय,हर जाति और मनुष्य के लिए सदा समानरूप से उपलब्ध है अस्तित्व
की
तरह। धर्म
शाश्वत
होता
है। धर्म
सदा
जीवंत
होता
है। धर्म
सभी
का
एक
ही
होता
है।अनेक
अधर्म
हो
सकते
है,धर्म नहीं।
- धर्म किसी भी जाति,देश,देवता,अवतार,तीर्थंकार
,शास्त्र,गुरु से बँधा हुआ नही है,और अगर कोई धर्म बँधा हुआ है तो वो धर्म नहीं हो सकता है।"~~#महाशून्य
Real "Homecoming":
- Homecoming means coming back to our real nature ,to self realize ,since so
many lives we have gone away from our real home by thoughts and coming back to
our home is real "Homecoming" .Homecoming is not changing of your so
called religions.
- The religions which are many and can be changed and which needs to be changed
are not religions.
- Religion is your true nature, which is one for all humans, which can not be
changed at any time, in any period, in any life,not even any need to change in
any life.
- Religion is available equally and forever to everywhere, every time, every
caste and human-being.Religion is eternal.Religion is always alive.Religion is
one and same for all.Many religions cannot be religion but non religions."
- Religion cannot be screwed up by any Cast,Country, God, Incarnation,
Tirthankara, Scripture, Guru ,and the religion which is screwed up cannot be a
religion. "~~ #Mahashunya
No comments:
Post a Comment