Wednesday 17 February 2016

"अहंकार की बलि " : " Sacrifice of the Ego "

"अहंकार की बलि "



वास्तव में बलि चढ़ाने का अर्थ है कि 'अहंकार' की बलि ,अपने 'अहम्' की बलि,अपने 'मैं' की बलि,अपनी 'खुदी' की बलि ,लेकिन हमने पकड़ लिया की किसी पशु की बलि चढ़ाने से देवी-देवता प्रसन्न होते है
वास्तव में परमात्मा आपके 'अहंकार' का भूखा है,उसकी बलि चढ़ाने का विधान है,अगर आप अपने अहंकार की बलि चढ़ाते है तो वह खुश होता है और अपने आपको ही तुम्हे चढ़ा देता है।
सौदा कितना सस्ता है,तुम अपने अहंकार को चढ़ाओ ,तो वह अपने आप को ही तुम पर न्यौछावर कर देता है,फिर तुम और परमात्मा दो नही रह जाते हो। इसलिए
कृपया विचार करें-
क्या पशु की ,फुलो की बलि चढ़ाना आवश्यक है,परमात्मा के दरबार में उसी के द्वारा बनाई गई वस्तु चढ़ाने से क्या होगा परमात्मा ने मनुष्य,पशु,पक्षी,वृक्ष,फूल बनाये तो क्या वह उसी की चीज़ उसी को चढ़ाने से प्रसन्न होगा,वह तो उस चीज़ से प्रसन्न होगा जो उसने नहीं बनाई।
जो उसने नही बनाई वह है तुम्हारा 'अहंकार',तुम्हारा 'मैं',तुम्हारा 'अज्ञान',उसकी बलि चढ़ा दो तो वह अत्यंत प्रसन्न होगा।"~~महाशून्य

" Sacrifice of the Ego "

In fact ,sacrifice means the sacrifice of ' ego ' sacrifice of 'I' sacrifice of 'carved', but we used to sacrifice animals to the goddess to please them.God really hungry of your ' Ego ' , and it was the legislation to sacrifice your ego , if you sacrifice your ego then he will be happy and sacrifice himself on you.
The deal is so cheap , you sacrifice your ego , then he turns down himself fully on you , then you and God becomes one.So:
Please Think Over :
Is it necessary to sacrifice the things ,what will happen if you sacrifice the things to God which God had created .God has created human-being,animals,birds,trees ,flowers and will you think he will be happy by accepting those things which he created.

God has not created your 'Ego',your 'I' your 'Ignorance' and if you sacrifice it then he will be extremely happy."~~Mahashunya

Monday 15 February 2016

राजनीतिक पार्टियो द्वारा आम जनता के शोषण का कारण - जनता की अज्ञानता : Reason for the exploitation of the masses by political parties - Public's Ignorance :

राजनीतिक पार्टियो द्वारा आम जनता के शोषण का कारणजनता की अज्ञानता :

"सभी राजनीतिक पार्टियाँ लोगो की अज्ञानता के कारण उनका शोषण करती रही है और करती रहेगी जब तक आम जनता जागरूक नही होगी,सजग नही होगी,होश मे नही आयेगी,जब तक अपने भीतर  के ज्ञान को उपलब्ध नही होगी।
पार्टियाँ धर्म के नाम पर,जाति के नाम पर,आरक्षण के नाम पर और झूठे झूठे आश्वाशन देकर स्वार्थवश अपना उल्लू सीधा कर आम जनता को बेवकूफ़ बनाकर सत्ता को भोगकर चली जाती है।

सबसे पहले जनता को ये जानना होगा की धर्म क्या है?,सत्य क्या है?,राम कौन है?
राम का मतलब होता है 'जो रोम रोम मे राम रहा है' ,खुदा का अर्थ है जो खुद ही सबमें रमा हुआ है,
गुरु का अर्थ है जिसने परमात्मा को तत्व रूप से जान लिया है,तीर्थंकार का अर्थ है जो खुद ही तीर्थ बन गया है।
अब इन सबका मंदिर,मस्जिद गुरुद्वारा ,चर्च भी बनाना है तो अपने भीतर ही बनावे,आपके भीतर ही सारे मंदिर,मस्जिद,गुरुद्वारे,चर्च,तीर्थ,जप-तप,पूजा-पाठ,ध्यान है,हम उन्हे बाहर ही खोज रहे है और बाहर ही बना रहे है और इन सबके लिए लङ मर रहे है।
राजनीतिक पार्टियो को अगर मुद्दा ही उठाना है तो इस बात का उठावे की 'देश के प्रत्येक मनुष्य के पास भरपूर रोटी,कपड़ा और मकान हो,प्रत्येक परिवार के पास एक उचित काम-धंधा,रोज़गार हो,सभी सार्वजनिक स्थान पूर्ण सुविधाओ से सुज्जजित हो और प्रत्येक मनुष्य के अपने जीवन के वास्तविक उद्देश्य की पूर्ति के रास्ते मे कोई रुकावट ना हो"~~महाशून्य

Reason for the Exploitation of the Masses by Political Parties - Public's Ignorance :

"All political parties had been exploited public due to the ignorance of people and will continue until the public will not be aware,conscious,unless inner wisdom will not be available to.
Parties in the name of Religion,Caste,Reservation,False commitments be-fool the masses and goes after enjoying the power of the post.
These people must first know What is Religion?,What is the Truth?, Who is Rama ?
RAM means "which is present in each and every smallest part of the universe,
Guru means "who has realized the God,Tirthankar means which himself has become a holly place.
Now all these Temples,Mosques,Gurdwara ,Churches are to be made inside , because all these Temples,Mosques,Gurdwara,Churches,Shrine,Puja-path,Jap-tap,Meditation are within you.We 're looking them out and making out and looking out for all these and all are dying to lang.

Political Parties are supposed to raise the issues of  'Each human being of the country has a plenty bread, cloth and houses, each family got a proper job-business, employment, all public amenities with full leisure facilities and each human being of his life must be able to fulfill the real purpose of life without any unnecessary restrictions."~~Mahashunya

Friday 12 February 2016

"गायों द्वारा मनुष्यो को एक पत्र"-A Letter From Cows to Human Being


""गायों द्वारा मनुष्यो को एक पत्र"

    

   है प्यारे मनुष्यो,

    सादर प्रणाम,
     * एक तरफ तो कहते हो हमे 'माता' और दूसरी तरफ हमारा ही शोषण इस तरह करते हो ।
·      * हमे अपने घर पर या गौशाला मे बाँधकर रखते हो ,घास,चारा भी खिलाते हो तो सिर्फ़ हमारे दूध के लिए और जो गाय दूध नही देती है उसे बेच देते हो कसाई के यहाँ कटने के लिए ।
·       * हम गायो ने कब तुम्हे आमंत्रित किया की आओ मनुष्यो हमसे हमारे बछड़ो का दूध छीन कर अपने बच्चो को पिलाओ ।
·        * हमारे बछड़े जो हमारा दूध पीने से सांड हो सकते थे , वो भले ही ना हो मनुष्यो का पुत्र सांड हो जाना चाहिए ताकि वो बड़ा होकर नाबालिग और बालिग महिलाओ के साथ बलात्कार कर सके और जिंदगी भर सांड की बुध्धि और उर्जा लेकर सेक्स मे ही डूबा रहे , अगर दुनिया मे बलात्कार मे हम गायो के दूध का भी थोड़ा हाथ हो तो कोई बड़ी बात नही है ।
·       * हमारी चमड़ी का उपयोग और माँस ख़ाँ लेते हो ।
·        * हमारे गोबर-मूत्र तक को तुमने नही छोड़ा , उसका भी कही ना कही उपयोग कर लेते हो , और बदले मे तूम हमे क्या देते हो एक 'माता का पद' और गर्व से कहते हो गाय मे 33 करोड़ देवताओ का वास होता है। क्या अपने देवताओ को ही काटकर नहीं खां रहे हो।
·        * ट्रॅक्टर और मोटर की खोज के बाद भी 21 वी सदी मे हमारे सांड से खेत मे हल और गाड़ी चलवाते हो ।

       वाह रे मनुष्य तुम्हारा ये गोरख धंधा , ये धंधा कब बंद करोगे , वो दिन कब आयेगा 
      * जब हम गाये स्वतंत्र होकर इस धरती पर घूमेगी और सारी गौशालाओ को बंद करवा दोगो ।
·       *  हमे हमारे खाने मे चारा ही मिलेगा ।
·        * पुरे विश्व में प्लास्टिक का उपयोग बंद हो और हमे प्लास्टिक और अन्य अखाद्य पदार्थ खाने पर मजबूर नही होना पड़ेगा ।
·        * तुम्हारे घरो का सड़ा-गला , बासी खाना खाने को नही दोगे ।
·        * हमारा दूध प्रथम हमारे बछड़ो को ही मिलेगा और फिर अगर अतिरिक्त दूध हो तो उसका उपयोग तुम कर सकते हो ।
·        * हम जब दूध देना कम या बंद कर देंगे तब हमे कसाई के यहा नही बेचेगे कटने और मरने के लिए ।
·         * सरकारे कोई क़ानून बनाकर विश्व से सारे कसाइखाने और हमारे माँस का आयात-निर्यात बंद करवा दोगे ।
·         * हमारी स्वाभाविक मौत के बाद भले ही आप हमारी चमड़ी ,हड्डी का उपयोग कर लेना ।
·         * हमारे जीते जी भले ही आप हमारे गोबर-मूत्र का उपयोग कर लेवे उससे हमे कोई कष्ट नही होगा ।

       आप ही हमारे भगवान है क्योंकि कृष्ण , बुद्ध , महावीर जैसे लोग तो कभी कभी सदियो में अवतरण लेते है।
        कृपा दृष्टि बनाओ है मनुष्यो हम गायो के परिवारो ,वंशो पर ,

       है मनुष्यो आशा है तुम्हारे कानो मे जुवे रेंग़ेगी और हम शोषण से बच जाएँगी।

       धन्यवाद,
   
      तुम्हारे द्वारा शोषित गायो का समुदाय"

(     ~~( महाशून्य)