क्या परमात्मा को घर की आवश्यकता है ?-विचार करे :
"परमात्मा के घर की कल्पना मनुष्यो ने की है,परमात्मा को किसी घर की,मंदिर की,मस्जिद की,गुरुद्वारो की,चर्चो की आवश्यकता नही है,उसका तो पूरा ब्रह्माण्ड ही घर है।
परमात्मा का घर सर्वत्र व्याप्त है,वह चार दीवारो मे केद नही हो सकता है,जो चार दीवारो मे सीमित हो जाए वो परमात्मा नही हो सकता,जिसके घर - मंदिर को मनुष्य बनावे वो परमात्मा नही हो सकता है।
पूरे विश्व में करोड़ो लोगो को रहने के लिए छत नहीं है फिर भी उस परमात्मा के लिए करोड़ो,अरबो रुपये लगाकर उसके मंदिर,मस्जिद,गुरुद्वारे,चर्च बनाए जा रहे है जिसकी उस परमात्मा को कभी भी आवश्यकता नही है और ना ही रहेगी।
मंदिर,मस्जिद,गुरुद्वारे,चर्च बनाना तभी सार्थक है जब पूरी दुनिया मे प्रत्येक मनुष्य के पास अपना घर हो उसके बाद जो संपत्ति बचे उससे फिर मंदिर,मस्जिद,गुरुद्वारे,चर्च बनाए जा सकते है।
कृपया विचार करे।"~~#महाशून्य
Is God requires a home ? - Think over it :
"God 's house is conceived by humans,God is not
required a House,Temple ,Mosque,Gurudwara ,Churches.Entire universe is his
home.
The house is spread-ed through out the universe, he can
not confined within the four walls,the one who is confined in the four walls or
whose house is made by human-being can not be a Divine.
Throughout the world, crores of people are not having
any shelters,even then human-being is constructing so many Temples
,Mosques,Gurudwara, Churches etc.by investing billions of rupees but it is not
required at all by the Divine.
Temples,Mosques ,Gurdwara ,Churches are only meaningful
when to the entire world in which every human being possesses his own home and
by the balance extra money Temples ,Mosques,Gurudwara,Churches can be created.
Please think over it. "~~#Mahashunya
fully agree with u Sir
ReplyDeleteThanks
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