सत्य और झूठ का प्रमाणपत्र :
"बड़ी विडम्बना है की जो सत्य को उपलब्ध है उसका कोई प्रमाण नहीं दे सकता है क्योंकि वो एक भीतर की घटना है और केवल वहीं व्यक्ति बता सकता है लेकिन उस पर कोई विश्वास नहीं करता है।
लेकिन अगर किसी ने कुछ बुरा किया है तो उसको प्रमाणित करने वाले दस पैदा हो जायेगे।
सच के पास प्रमाणपत्र नहीं होता है और लोग आसानी से उसे स्वीकार नहीं करते है लेकिन झूठ को बहुत जल्दी प्रमाणपत्र मिल जाते है और लोग जल्दी स्वीकार कर लेते है।"~~महाशून्य
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