ग्रहस्थ और संन्यास :
"संसार में रहते हुए भी संसार से अनासक्त रहने की कला का नाम 'सन्यास' है और
'ग्रहस्थ' है ।"~~ महाशून्य
"The art of living in the world while being detached from the world named
'Sanyas'
and
Enamored with the world while living in the world named "Grahasth.”~~Mahashunya
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