सत्य क्या है ?
"सत्य ,परमात्मा तो अनुभूति का विषय है,कहने का नही,सत्य में तो हुआ जाता है,जिया जाता है,जाना जाता है,जितना भी अभी तक कहा गया है वो भी पूर्ण सत्य नहीं हो सकता है,क्योंकि जो शब्दों के परे है उसको शब्दों में केसे बयाँ कर सकते है ।"~~महाशून्य
What is Truth ?
"Truth,Divine is the subject of experience,not words ,truth can be experienced ,live and known.Whatever had been told so far about the truth cannot be perfectly true,because how words can explained which is beyond words."~~Mahashunya
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