ध्यान क्या है ?
"ध्यान एक अक्रिया है,कुछ भी ना करना ही ध्यान है,ध्यान मे एक मात्र बाधा है तुम्हारी जन्मो की कुछ ना कुछ करते रहने की आदत भले ही जप करते रहे, शास्त्रो का अध्ययन करते रहे,सत्संग करते रहे लेकिन जब तक भीतर से मौन ना होगे, शांत नही होगे ,जन्मों की आदत नही छोड़ोगे कुछ करने की और भीतर निर्विचार अवस्था को उपलब्ध नही होगे तब तक ध्यान मे प्रवेश संभव नही है।ध्यान कुछ भी करना नही है,ध्यान है कुछ भी नही करना और भीतर सिर्फ़ जागरण रह जाये।"~~महाशून्य
What is Meditation?
"Meditation is an in-act,doing nothing ,there is only one obstacle on the path of meditation is your Habits of so many lives of doing something like chanting,study of Scriptures listening Satsang ,but unless you be silence,be calm,not get rid of the habits of so many lives and do not reach to the state of thoughtlessness within there will be no entry in meditation.
Meditation is not to do anything, meditation is doing Nothing and only Awareness left."~~Mahashunya
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