आत्म-ज्ञान का प्रमाणपत्र : Certificate of Self-realization
आत्म-ज्ञान
का प्रमाणपत्र
:
ज्ञान के प्रमाणपत्र
की
आवश्यकता नही है, ज्ञानी अपने को स्वयं ही घोषित करता है, अज्ञानी नही कर सकता है। अगर अज्ञानी किसी ज्ञानी को घोषित करेगा तो वो कभी ना कभी वो पद वापस ले सकता है और जो पद वापस ले लिया जाए वो वास्तविक
पद नहीं है।
'एक ज्ञानी को अगर पूरी पृथ्वी के लोग भी ज्ञानी नही माने तो भी वह ज्ञानी होता है और एक अज्ञानी को चाहे पूरी पृथ्वी के लोग ज्ञानी माने तो भी वह अज्ञानी होता है।"~~महाशून्य
Certificate of Self-realization :
The
certificate of Self-realization is not required, it is the self-proclaimed,
ignorant people can not.If ignorant people are declaring then one day they may
take back the certificate given and the certificate which can be taken back can
not be a real certificate.
'If the entire people of the earth are not accepting any Self-realized one ,even then he will be Self-realized and if the entire people of the earth are accepting any ignorant one as self-realized,even then he is ignorant."~~Mahashunya
No comments:
Post a Comment