राधा और कृष्ण :
"कृष्ण अगर पुरुष है तो राधा प्रकृति है।कृष्ण अगर परमात्मा है तो राधा परमात्मा की शक्ति है।
राधा कृष्ण के बिना नही रह सकती है और कृष्ण राधा के बिना अधूरे है।
राधा कृष्ण का प्रकट रूप है।
इसीलिए कृष्ण के पहले राधा का नाम आता है राधे कृष्ण।
कृष्ण की सारी लीला बिना राधा के संभव नही।
कृष्ण की सारी सृष्टि का सृजन बिना राधा के संभव नहीं।
कृष्ण राधा का अप्रकट रूप है और राधा कृष्ण का प्रकट रूप है।
कृष्ण और राधा अलग अलग नहीं है,एक ही है। कृष्ण ही राधा है और राधा ही कृष्ण है।
राधा कृष्ण का प्रेम बेशर्त है। "~महाशून्य